tag:blogger.com,1999:blog-3830535374214461653.post1773209018772836931..comments2023-08-01T16:13:09.557+05:30Comments on *ॐ शिव माँ*: "गुरु महिमा"..........(सद्गुरुओं का सान्निध्य)राज शिवमhttp://www.blogger.com/profile/13393247929259421704noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-3830535374214461653.post-89163949045334894602016-07-18T21:18:36.371+05:302016-07-18T21:18:36.371+05:30गुरू जी की स्तुति और साथ में गुरु जी के प्रति प्रे...गुरू जी की स्तुति और साथ में गुरु जी के प्रति प्रेममय पूर्ण सेवाभाव से समर्पित आपका आलेख जिसमे अन्तंस गुरू हनुमान जी महादेव दुर्गामाता श्री स्वामी साई बाबा सबका आर्शीवाद मिलना निश्चल गुरुभक्ती का प्रसाद है। मैं आपको हर्दय से प्रणाम करता हू।smile8400https://www.blogger.com/profile/01088778129128307946noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3830535374214461653.post-78242638886100960322015-05-27T01:04:08.236+05:302015-05-27T01:04:08.236+05:30अपने अनुभव साझा करने के लिए आपका आभार।
बहुत दिनों ...अपने अनुभव साझा करने के लिए आपका आभार।<br />बहुत दिनों के बाद गुरू जी श्री सीताराम जी की फोटो दिखी । उनको नमन और आपको धन्यवाद। <br />जय माँ Sunit snehihttps://www.blogger.com/profile/09302669705065201756noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3830535374214461653.post-62524856985736557192012-01-02T08:18:33.045+05:302012-01-02T08:18:33.045+05:30Bahut sundar prastuti....bahut acha laga padh ke s...Bahut sundar prastuti....bahut acha laga padh ke share karne ke lie dhanyawad.someonehttps://www.blogger.com/profile/08107450475630731091noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3830535374214461653.post-17453820717174930752012-01-01T15:08:38.202+05:302012-01-01T15:08:38.202+05:30मुझे इसका अनुभव है नवम्बर में मेरी बहुत तवियत खराब...मुझे इसका अनुभव है नवम्बर में मेरी बहुत तवियत खराब थी और मैं मां और बाला जी मेंहन्दीपुर की पूजा करता था एक रात मैं मां को भोग लगा रहा था और पता नहीं कैसे मेरे आंसु िनकल आये और मन में केवल यही मां से कहा िक मां क्या जीवन में ऐसे ही कष्ट िमलेंगे . उसके बाद दुकान पर जब मां के सामने धूप बत्ती लगाई और केवल इतना ही मन में कहा कि मां एक योग्य गुरु से िमलवा दो तािक आगे का रास्ता िमल सके. उसी िदन मेरे एक िमत्र आये और उन्होंने उनके बारे में बताया तो हमने अपने िमत्र से कहा िक आप मुझे िमलवा दो तो उन्होनें कहा कि अभी नवराित्र है उसके बाद िमलवा देंगे. फिर कुछ समय बाद मैने उनसे पूँछा तो उन्होने फोन पर समय िलया और बोले कि वह दोपहर बाद 3 बजे आयेंगे और तुम मेरे घर आ जाना मैंने मां से 3 बजे जाने की इजाजत मांगी पर कोई उत्तर न िमलने के कारण मैं शांत बैठ गया और हमारे िमत्र कई बार फोन कर चुके थे और 5 बजने में कुछ िमनट पहले माँ ने कहा अब जाओ और जब मैं िनकला तो मौसम एक दम साफ था फिर अजानक मौसम खराब होने के साथ आंधी भी आ गई और रफ्तार करीब 60 िकमी0 प्रति घंटा की थी मैं सीधे जा रहा था और हवा दक्षिण से उत्तर और मेरा मुहँ पूरब की ओर कैसे गाडीं चले तो मां से कहा िक आप गाडीं सम्हालो मैं नहीं जानता िफर उर आंधी में मैं अपने िमत्र के घर सही सलामत पहुँचा और उनसे िमला तो देखा कि वह मेरी उम्र के हैं लेिकन िमत्र ने बताया तो िबश्वास से बात कही िफर उन्होने कुछ बातों के बारे में जो पूंछा मैंने उनको सब बता िदया एक बार बाला जी में पेशी के दौरान भैरव बाबा की सवारी आई तो िजन लोगों के साथ मैं था उन्होनें ध्यान नहीं िदया और बहुत देर बाद बाबा चले गये यह बाकाया जब मैने अपने गुरु जी को बाताया तो उन्होनें कहा िक याद करों मैने जब बाबा से िवनती की तो गुरु जी के आदेश से बाबा सामने आये और उन्होने गुरु जी से बात की उसके बाद तो िसलसिला ही ऐसा हुआ की आज उनकी कृपा से सब अचछा है और कई लोगों ने बहुत बार खुरापात की पर गुरुजी के कारण मुझे कुछ नहीं हुआ. एक बाकया अभी िपछले नवरात्र का है नवरात्र में संगम पर रोज हवन होता था उस एक िरजरवेशन कराना था तो मैंने गुरुजी को कहा कि शायद मैं हवन ने बैठ पाऊ तो उन्होने कहा िक आवश्यक है तुम देर से आना मैं इन्तजार कर लूँगा मैं जब स्टेशन से िनकला तो सोंचा गाडीं में पैट्रोल डलजब टंकी की तरफ जैसे ही चला सामने से एक कार से टक्कर हो गयी और मैं िगर गया और हैण्डिल मेरे मुंह के पास लगा धक्का इतना मामूली था कि कोई बात नहीं पर कुछ ही पर में देखा कि पूर होट ही कट गया ऊपर से थोडां जुडां था और बहुत खून बहे पर दरद न हो और सभी लोग परेशान पर मुझे लगे जैसे कुछ नहीं हुआ मैंने टंकी पर तेल िलया तो टंकी पर काम करने बाला वा लू और िफर चलू आदमी बोला इतनी चोट लग गयी तो मैंने कहा कि कुछ नहीं हुआ तुम तेल दो मुझे देर हो रही है पर गुरुजी तो सब देख रहे थे तब मैं संगम पर पहुँचा जहाँ हबन चल रहा था तो वह पहले बहुत नाराज हुये फिर उन्होने बैंडएड लगाया और फिर हबन करवाया तो मैने माँ से पूछा कि मेरी गलती कहां पर है तब उन्होने बताया िक आज तुम्हारी अन्तिम िदन था पर अपने गुरु जी की बजह से बच गये.ratan verma allahabadhttps://www.blogger.com/profile/09582746808738796163noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3830535374214461653.post-35412903398465434952011-07-20T17:42:53.183+05:302011-07-20T17:42:53.183+05:30I read the article carefully and I want to say tha...I read the article carefully and I want to say that its amazing with extreme & deep feelings !!!<br />I am unable to express in words....IT Guruhttps://www.blogger.com/profile/04817507428751150786noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3830535374214461653.post-20878380581153773792011-07-18T16:36:16.325+05:302011-07-18T16:36:16.325+05:30बहुत ही भाव भक्ति पूर्ण प्रस्तुति...गुरु महिमा अनं...बहुत ही भाव भक्ति पूर्ण प्रस्तुति...गुरु महिमा अनंत है....ज्ञान प्रदान करने वाले गुरुओं का कोटि कोटि नमन...Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/16174745947449762169noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3830535374214461653.post-11300001972432914302011-07-18T13:58:03.249+05:302011-07-18T13:58:03.249+05:30Bahut hi badiya bhaktimayee prastuti..Bahut hi badiya bhaktimayee prastuti..कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.com