"ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारूकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥"

Tuesday, January 6, 2015

 श्री हनुमत शक्ति-परम वैष्णव,परम भक्त हनुमान जी कलियुग मे सशरीर विराजमान है!एक परम संत श्री नरसिंह बाबा की सच्ची घटना है, ये अंग्रेज के जमाने मे फौज की नौकरी मे रहकर पूजा पाठ 

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